
Warren Buffett निवेश जगत के सरताज, यह फाइनेंशल जगत की ऐसी हस्ती है, जो किसी परिचय की मोहताज नहीं । आज हम Buffett के कुछ नियमों की चर्चा करेंगे, जो आप को मोटा पैसा बना कर दे सकता है। आइये ऐसे 11 नियमों के बारे में जाने जिसको व्यव्हार में लाकर आप अच्छे निवेशक ही नहीं बल्कि अच्छे व्यापारी भी बनेंगे।
धैर्य है सफलता की कुंजी
आप का निवेश हो या व्यापर या जो भी काम हो, सभी में धैर्य रखना उसे फलीभूत होने देने के लिए जरुरी है। किसी फलदार वृक्ष को भी बीज बोने के बाद फल देने में समय लगता है , तो हम क्यों सब कुछ एक ही दिन में पाना चाहते हैं। इसलिए Buffett निवेश में धैर्य रखने को कहते हैं।
लम्बी अवधि का सोचें
किसी बिजनस या स्टॉक को लेने से पहले यह निश्चय कर लें की इसमें लम्बी अवधि तक टिके रहना है। जब हम किसी अच्छे बिजनस में ज्यादा समय तक रहते हैं, तो वह हमें बहुत अचे रिटर्न देता है।
क़्वान्टिटी से ज्यादा क़्वालिटी महत्वपूर्ण
Buffett क़्वान्टिटी से ज्यादा क़्वालिटी को महत्व देते हैं। वह मानते हैं की किसी भी कंपनी को सस्ते में खरीदने से अच्छा है, अच्छी कंपनी को सही कीमत पर खरीदना। जिस तरह भारत में कहावत है – महंगा एक बार रोता है, और सस्ता बार – बार रोता है।
अपने निवेश को समझें
अपने निवेश को समझना बहुत जरुरी है। किस तरह की कंपनी में निवेश कर रहे हो, कंपनी का भविष्य क्या है, बाजार में उसके उत्पाद की मांग कितनी है, आदि कई तरह की बाते ध्यान में रखते हुए उसका विश्लेषण करें। उसके बाद ही उस कंपनी में निवेश करें।
अच्छे व्यापर और मैनेजमेंट को चुने
जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं, तो पहले उसके मैनेजमेंट के बारे में जाने, और समय – समय पर कंपनी के प्रदर्शन को देखते रहें। अच्छा मैनेजमेंट आपके निवेश के बदले बड़ा रिटर्न देने की क्षमता रखता है।
अपनी क्षमता में रहें
अपनी क्षमता के भीतर रह कर आप अच्छे निवेशक के साथ एक अच्छे व्यक्तित्वा के धनि भी बनते हैं। आप को पूरे मार्केट का विशेषज्ञ होना आवश्यक नहीं। जितनी आप की क्षमता है उतने ही कंपनी का विश्लेषण करें।
निवेश और ऋण को दूर रखें
ऋण ले कर निवेश न करें, इससे आप उसे लम्बी अवधि तक रखने में असहज हो सकते हैं। अगर आप ऋण ले कर निवेश करते हैं, तो उसके घाटे में होने पर आप को मानसिक तनाव भी हो सकता है, जो की एक निवेशक के लिए अच्छा नहीं है।
आवश्यक डाइवर्सिफिकेशन पर्याप्त
अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करना जरुरी है, लेकिन ओवर डाइवर्सिफिकेशन आपके पोर्टफोलियो का ढांचा बिगड़ सकता है। हर तरह की कंपनी आपके पोर्टफोलियो में हो ऐसा ज़रूरी नहीं। ओवर डाइवर्सिफिकेशन करने से आप अपने पोर्टफोलियो का नियमित निरिक्षण नहीं कर पाएंगे और आप के रिटर्न पर बड़ा असर पड़ेगा।
बाजार को समय न दें
आज के युग में गलत जानकारी से बचें, बाजार को हर समय देख कर अपना समय जाया न करें। अगर आप अच्छा रिटर्न चाहते हैं, तो बाजार के शोर से दूर रहें। एक बार जब किसी कंपनी में निवेश कर लें तो उसमें हर तिमाही पर ही समीक्षा करें।
तार्किक रहें
अपने निवेश को लेकर तार्किक रहें। किसी भी कंपनी से भावनात्मक लगाव न रखें, अपितु तर्कसंगत रह कर उसकी समीक्षा करें। यदि कोई कंपनी आपके तय मानकों पर नहीं टिके, चाहे उस कंपनी ने आपको अतीत में अच्छा मुनाफा ही क्यों ना दिया हो, उसे अपने पोर्टफोलियो में ना रखें।
विनम्र रहें
विनम्रता केवल निवेश में ही नहीं, अपितु हमारी जीवनशैली में भी होना चाहिए। व्यापार में विनम्र रहना बहुत जरुरी है। अगर आप की कंपनी या स्टॉक में आप को घाटा हो रहा है, तो उसमे से समय रहते ही विनम्रता से अपना घाटा स्वीकारें और निवेश से बाहर हो जाएँ।
सिखाते रहें
सिखने की कोई उम्र नहीं होती और अगर आप एक निवेशक या व्यापारी हैं, तो आप को बाजार रोज ही कुछ न कुछ सिखाता है। किताब पढ़ें, चाहे वह आप के आप के रूचि से सम्बंधित हो या न हो उसे पढ़ें।
